कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भाजपा लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या कर रही है। हम उसका करारा जवाब देंगे। विधायक दल की बैठक में विधायकों से कमलनाथ ने कहा, " साथियों, आज हम निराश बिलकुल नहीं हैं, क्योंकि हमने तो 1977 का वो दौर भी देखा है, जिस समय इंदिरा गांधी जी भी चुनाव हार गई थीं। उस समय भी कांग्रेस पर संकट का दौर था। ऐसा लगता था कांग्रेस दोबारा वापस खड़ी नहीं हो पाएगी, लेकिन कांग्रेस और मजबूती के साथ दोबारा खड़ी हुई। हमने वो दौर भी देखा, जब संजय गांधी को जेल में डाल दिया गया। कांग्रेस के उस संकट के दौर में भी हम इसलिए खड़े रहे कि हमारी कांग्रेस के प्रति निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण की भावना थी।" मंगलवार की शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें 94 विधायक उपस्थित रहे, इसमें चार विधायक निर्दलीय हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा- हम मजबूत स्थित में, असफल नहीं हुए
कमलनाथ ने कहा, "आज निराशा का वैसा दौर तो नहीं है। हम मजबूत स्थिति में हैं, हम असफल भी नहीं हुए हैं। भाजपा पहले दिन से ही हमारी सरकार को अस्थिर करने में लगी हुई थी। उसने 14 माह में सरकार को अस्थिर करने के कई असफल प्रयास किए और हर बार मुंह की खाई। माफियाओं के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान मेरे ऊपर कई दबाव आए, लेकिन मैं माफियामुक्त प्रदेश बनाने के संकल्प के साथ अपने फैसले पर अडिग रहा। भाजपा को यह सब सहन नहीं हुआ और वह माफियाओं के साथ मिलकर तरह-तरह की साजिश रचती रही।
मीडिया से बातचीत में कमलनाथ ने कहा- सरकार पर कोई संकट नहीं। हम बहुमत साबित करेंगे। हमारे विधायकों को बेंगलुरु में कैद कर रखा गया है, वो मेरे संपर्क में हैं। यदि वे स्वतंत्र हैं तो उन्हें बेंगलुरु में क्यों रखा है? उन्हें भोपाल लाएं। सरकार चलेगी, चिंता की कोई बात नहीं है।